Towards A Literary Bliss

BVB K.M. LIBRARY

“Reading is the gateway skill that makes all other learning possible”

-Barack Obama

पुस्तकें जीवन का आधार

एक सुसंस्कृत और सभ्य समाज के निर्माण में पठन-पाठन और स्वाध्याय बहुत जरूरी है ।इसके बिना मनुष्य जड़़वत् होता है ।ज्ञान और शिक्षा के प्रसार के लिए पुस्तक और पुस्तकालय का महत्व सर्वविदित है क्योंकि ये ना सिर्फ ज्ञान बल्कि इतिहास के भी संरक्षक हैं ।पुस्तकालय ज्ञान को सुरक्षित रखते हैं ताकि कुछ भी खो ना जाए ,ज्ञान को प्राप्य बनाते हैं ताकि कोई वंचित ना रहे।
आज जब हमारा जीवन ना जाने कितने अंधेरों से घिरा है, ऐसे में उजाले की जीत के लिए जरूरी है कि हम ‘ज्योति से ज्योति’ जलाने का अर्थ और मर्म समझें । मेरे लिए यह गर्व का विषय है कि भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम, के. एम .मुंशी मार्ग, जयपुर ,इस मर्म को समझ कर नित नवीन और मौलिक प्रयास करता रहा है । विद्यालय के रूप में सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति हमेशा सजग रहा है।
मुझे यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है कि इसी कड़ी में भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम, जयपुर अपने पुस्तकालय की वेबसाइट http://bvbjaipurkmlibrary.org आरंभ कर रहा है। आशा करता हूँ इस वेबसाइट के माध्यम से निश्चित रूप से हर ज्ञान -पिपासु लाभ उठा पाएगा। मैं, भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम परिवार को अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित करता हूँ ।इस वेबसाइट से सम्बद्ध मार्ग-दर्शक और समस्त कर्मियों को हार्दिक बधाई देता हूँ ।मुझे पूरी उम्मीद है कि भविष्य में भी भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम, के.एम. मुंशी मार्ग, जयपुर शिक्षा और व्यक्तित्व निर्माण में इसी तरह महत्वपूर्ण और अग्रणी भूमिका निभाता रहेगा।

वी. सी. सुराणा
(चेयरमैन,भारतीय विद्या भवन, जयपुर केन्द्र)

बौद्धिक विकास का द्वार - पुस्तकालय

पुस्तकालय केवल विद्यार्थियों के लिए ही नहीं बल्कि समाज के प्रत्येक ज्ञान प्राप्त करने के इच्छुक व्यक्ति के लिए आवश्यक है। यह ना सिर्फ विकास का साधन बल्कि ऐसा समृद्ध झरना है, जो शिक्षा एवं संस्कृति के विस्तृत क्षेत्र का सिंचन करता है। बौद्धिक विकास के साथ-साथ रचनात्मक तथा सृजनात्मक कार्यों के लिए भी प्रेरित करता है। समाज के सर्वांगीण विकास में इसकी भूमिका संजीवनी बूटी सी ही रही है।
अत्यंत हर्ष का विषय है कि भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम ,के. एम .मुंशी मार्ग, जयपुर अपने पुस्तकालय की वेबसाइट http://bvbjaipurkmlibrary.org को आरंभ करने के साथ सफलता की एक और नई ऊंचाई छूने जा रहा है ।इस मौलिक प्रयास के लिए विद्यालय का कुशल नेतृत्व , समस्त स्टाफ और वेबसाइट के कार्य को मूर्त रूप देने वाले सम्बद्ध सभी लोग बधाई के पात्र हैं। मैं, विद्यालय पुस्तकालय के अकूत भंडार और वृहद संकलन को देखकर रोमांचित हूँ कि इस नवीन वेबसाइट के माध्यम से विद्यालय की इस अनमोल धरोहर से अब मेरा भी साक्षात्कार हो पाएगा।ज्ञानार्जन के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती है। आज की विषम परिस्थिति और व्यस्त जीवन में हर व्यक्ति के लिए पुस्तकालय तक पहुँच पाना संभव नहीं है और ना ही प्रत्येक विधा की पुस्तकें सुविधा से उपलब्ध हो पाती हैं। ऐसे में भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम, के. एम. मुंशी मार्ग, जयपुर ने अपने पुस्तकालय के अनमोल संग्रह को वेबसाइट के माध्यम से जनमानस तक पहुंचाने का जो काम किया है वह सचमुच ही सराहनीय है ।मुझे आशा है कि ज्यादा से ज्यादा लोग इससे लाभ उठा सकेंगे।
मैं विद्यालय प्रबंधन की ओर से आश्वस्त कराना चाहता हूं कि भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम, के.एम. मुंशी मार्ग ,जयपुर के पुस्तकों के इस कोष में नित -निरंतर वृद्धि होती रहेगी,इस पुनीत कार्य में नित -निरंतर प्रगति होती रहेगी ।
पुन: पुस्तकालय वेबसाइट के शुभारंभ में, विद्यालय परिवार को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं ।

राजीव जैन
(वाइस चेयरमैन,भारतीय विद्या भवन, जयपुर केन्द्र)

प्रधानाध्यापिका की कलम से...

कहते हैं की किताबें मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं ,जीवन के कठिन दौर में मार्गदर्शक और सहचर बन जाती है। जब मन अकेलेपन के गहरे  सागर में डूबने लगता है ,तब मित्रता का वास्तविक परिचय देती हैं। कभी आँखों में आँसूं कभी चेहरे पर मुस्कान ,कभी अपने पलटते पन्नों की आवाज़ से संगीत का अहसास कराती  ये किताबें ताउम्र सबके जीवन का अभिन्न अंग बनी रहती हैं।  कोविड काल की विभीषिका में काल ने सभी को अकेलेपन का गहरा अहसास कराया है अत: ऐसे कठिन दौर में  हमारे मन मे यह विचार जन्मा कि क्यों ना पुस्तकालय के इस अकूत संग्रह को आमजन तक पहुँचाया जाये और इसी विचार के केंद्र को पकड़कर हर व्यक्ति के मन और मस्तिक को खटखटाने के लिए पुस्तकालय वेबसाइट का विकास किया गया। पुस्तकालय वेबसाइट पर आप सिर्फ पुस्तकों के संग्रह ही नहीं पढ़ पाएंगे वरन पुस्तकालय द्वारा किये गए कुछ अनूठे और मौलिक प्रयोग भी हम आप तक पहुँचाना चाहेंगे। आशा करते हैं की यह नन्हा प्रयास आपके दिलों तक उतरेगा और आपकी कल्पना को उस नई उड़ान तक ले जायेगा जहाँ मनुष्य के मन का अनंत विस्तार ही पहुँच पIता है। किताबों को छूकर उनकी गंध को महसूस करके उन्हें पढ़ने की एक तीव्र उतकंठा हम सभी के मन में जागती है ,तो जब-जब भी आपको समय मिले टटोलिये उन पांडुलिपियों को जो कहीं किसी पुस्तकालय में स्पर्श का इंतज़ार कर रहीं हैं। उम्मीद है आप हमारे इस प्रयास को अपने आशीर्वाद और प्रोत्साहन से आगे बढाएँगे।

उपप्रधानाध्यापिका की कलम से...

एक साथ अनेकों किताबें आपस में मिलती हुई सहज भाव से अपने पाठको को निहारती उनकी आँखों को माध्यम बना मस्तिष्क मैं गुंथने को तैयार , जिस जगह पर सबसे ज्यादा दिखाई देती है वह है पुस्तकालय …..
जीवन में सहजता दुर्लभ ही मिलती है पर यह वह सच्ची दोस्त है जिसकी संगति से दुर्लभ भी प्राप्य है। जब भी मन को विचलित पाया पन्नों की सरसराहट और मन में घुलते उसके शब्दों ने मुझे गहन शांति का एहसास करवाया है। एकाकीपन के शोर को बेेअसर करती यह किताबें हमारे व्यक्तित्व को यूँ ही निखारती रहें इसी दिशा में विद्यालय पुस्तकालय का तकनीकी के साथ यह नया जोड़ और अपने पाठको को अधिकतम लाभान्वित करने का यह प्रयास आपके सहयोग से आगे बढ़ता रहना चाहिए।

cbse 100 days reading campaign

Senior library is organizing 100 Days Reading Campaign for the students of class I to VIII. The fourteen weeks long campaign shall add more colours to the spectrum of the children's knowledge ,skills, intellectuality and language. One activity shall be conducted every week to keep the game going, Activities shall be done in the library period. Participation is compulsory.

Let's join hands

To create a joyful reading culture

Reading Campaign

A nationwide initiative for creating a joyful reading experience for children

Reader of the year award

This award is given to a student at the end of the year. Criterion of the selection is not only based on the number of books read by the student but also the impact of library and library culture on his personality to be decided by the award committee.  Apart from the ‘Reader of the year’ award, two certificates are also awarded to the enthusiastic readers.

Library activities

To promote reading habits and library culture in the students we are organising various competitions and activities.

P.N. PANICKER NATIONAL READING MONTH

Bhartiya Vidya Bhavan’s ,Vidyashram K.M.Munshi Marg, Jaipur’s Library observed 26th N.Panicker National reading month from 18th June 2022 to 19th July 2022.The library organised a rainbow of activities under the event. The enthusiasm and zeal of the participants was noteworthy. The gist of the activities organised is as follows.

  1. Online Reading Day Pledge
  2. Quiz.
  3. Drawing and painting competition for students
  4. Storytelling or Recitation sessions
  5. Book Reviews
  6. Group reading sessions
  7. Digital reading sessions
  8. Donate a Book campaign for promoting reading among the underprivileged
  9. Setting-up reading corner